Top Guidelines Of जानें कमर दर्द से छुटकारा पाने के तरीके



The usefulness of therapeutic massage therapy for the procedure of nonspecific very low back again agony: a systematic review of systematic reviews

सेंधा नमक को एक बाल्टी पानी में मिलाएं।

मांसपेशियों को मज़बूत और लचीला बनाएं – पेट और पीठ की मांसपेशियों के व्यायाम इन मांसपेशियों की हालत में सुधार करते हैं, जिससे वे मिलकर आपकी कमर के लिए एक प्राकृतिक कोर्सेट का काम करें। आपके कूल्हों और पैरों के ऊपरी भागों में लचीलापन आपकी पेल्विक हड्डियों को संरेखित करता है, ताकि आपकी कमर को आराम मिल सके। आपके डॉक्टर या शारीरिक चिकित्सक बता सकते हैं कि आपके लिए कौन से व्यायाम उचित हैं।

हेल्थन्यूट्रीशनसेक्शुअल हेल्थप्रेगनेंसीमेंटल हेल्थयोगफिटनेस

एसेंशियल ऑयल को किसी कैरियर ऑयल जैसे कि जैतून या जोजोबा के तेल में मिला लें। इस मिश्रण से कमर की मालिश करें।

कई बार तो हालत ऐसी हो जाती है, कि कमर दर्द के कारण कोई अन्य काम नहीं हो पाता है. कमर में दर्द की वजह से पूरा शरीर प्रभावित होता है. कमर में दर्द होने का कारण हम आज इस आर्टिकल में आपसे शेयर करेंगे. रोजाना हो रही कुछ गलतियों के कारण ही कमर दर्द को बढ़ावा मिलता है. आइये जानें इनके बारे में...

किसी बर्तन में नारियल तेल लेकर उसमें ८-१० लहसुन की कलियां क्रश करके डाल दें।

पीठ दर्द में सिकाई करते वक्त सावधानी बरतना जरूरी है। ऐसा न करने पर दूसरी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। मसलन जब भी पीठ में दर्द हो तो कोल्ड पैक का इस्तेमाल करें। दर्द पर कभी भी सीधे बर्फ न लगाएं। ऐसा करने से आपको कोल्ड बर्न हो सकता है, इसलिए बर्फ को हमेशा कपड़े में लपेटकर ही इस्तेमाल करें। इसी तरह हॅाट वॅाटर बैग का इस्तेमाल करते वक्त भी सजग रहें। ज्यादा गर्म बैग से आपको असहजता हो सकती है।

मालिश के दौरान अपने हाथों का दबाव हल्का रखें और गोल गोल में घुमाते हुए मांसपेशियों की मसाज करें। ‌

कई बार लोग अचानक से भारी सामान या पानी से भरी बाल्टी को अचानक से उठा लेते हैं.

ध्यान रहे कि बीज पूरी तरीके से न पीसे, नहीं तो जूस कड़वा हो सकता है।

परेशान न हों, हम आपको स्पैम नहीं करेंगे और आप हमें कभी भी अनसबस्क्राइब कर सकती हैं

गर्मी में मुल्तानी मिट्टी का स्किन पर इस्तेमाल किसी दवा की तरह ही असर करता है। खूबसूरत स्किन पाने के लिए और स्किन से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा के लिए मुल्तानी मिट्टी बेहद असरदार साबित होती है। here गर्मी में तेज धूप,गर्म हवाएं,लू,धूल-मिट्टी,चेहरे से निकलने वाला ऑयल और पसीना स्किन की सारी रंगत छीन लेता है। इस मौसम में चेहरे से ऑयल ज्यादा रिलीज होता है और स्किन पोर्स खुलने लगते हैं। गर्मी में चेहरे पर बहुत ज्यादा पसीना आने से एक्ने,पिंपल्स और चेहरे पर दानें निकलने की समस्या तेजी से बढ़ जाती है। समर में ज्यादा पसीना इरिटेटिंग भी हो सकता है। इस मौसम में स्किन पर ड्राईनेस भी ज्यादा रहती है। गर्मी में स्किन को कूल और हाइड्रेट रखने के लिए मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल बेहद असरदार साबित होता है।

दर्द के दौरान या बाद में कमजोरी महसूस हो।

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